तस्बीह से तकरीर करो उम्रभर, ताकि अल्लाह ताला तुम्हे उम्र दे, उडान दे और ये सारा जहान दे...माह-ए-रमजान में वैसे तो हर जुमा अपना महत्व रखता है1 लेकिन अलविदा जुमे की बात ही जुदा है1 शब-ए-जुमा को मगरिब की नमाज के वक्त मुजफ़फरनगर के खालापार की शान कही जाने वाली मस्िजद फक्करशाह के पास अपने मकान की छत पर अमनो अमान की दुआ करती नन्ही रोजेदार
Saturday, July 26, 2014
Thursday, July 24, 2014
Wednesday, July 23, 2014
Monday, July 21, 2014
भोले की भक्ित में ही शक्ित है...
मुजफ़फरनगर में दिनप्रतिदिन आस्था और श्रद़ा से परिपूर्ण कांवडियों का सैलाब बढ रहा है, दिल्ली के गांव सभापुर के शिव कांवड समिति द्वारा हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर मुजफ़फरनगर में आयी अबतक की सबसे बडी कांवड दिल्ली दिलवालों की को देखकर हर कोई कह रहा था कि वाकई में भक्ित और आस्था में भी दिलवालों की दिल्ली ने कमाल कर दिखाया है1
Subscribe to:
Posts (Atom)